Jul 19, 2015

स्किल इंडिया की आवश्यकता क्यों?

    आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्किल डेवलपमेंट की ऊर्जा भर के असंख्य युवाओं की आँखों में सुखद सपने भर दिया है। पर बात केवल सपने दिखने से तो पूरी होगी नहीं। वास्तविकता तो यह है कि वर्त्तमान समय में स्किल डेवलपमेंट के मामले में दुनिया के बाकी देशों के मुकाबले भारत काफी पीछे है। नेशनल सैंपल सर्वे (एनएसएसओ) के मुताबिक देशभर में सिर्फ 3.5 फीसदी युवा ही कौशल-संपन्न हैं। अगर यह तुलना कुछ अन्य देशों से किया जाय तो पता चलता है कि चीन में 45 फीसदी, अमेरिका में 56 फीसदी, जर्मनी में 74 फीसदी, जापान में 80 फीसदी और दक्षिण कोरिया में 96 फीसदी लोग स्किल ट्रेंड हैं। इसी दूरी को पाटने के लिए सरकार ने स्किल इंडिया मिशन की शुरुआत की है। इस मिशन को सफल बनाने में केंद्र सरकार के कई मंत्रालयों की भी अहम भूमिका होगी। जिसके माध्‍यम से स्किल डेवलपमेंट का कार्यक्रम चलाया जाएगा। जिसमें मुख्‍य रूप से रेल मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय, प्रवासी भारतीय कार्य मंत्रालय, भारी उद्योग मंत्रालय, स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण मंत्रालय, रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय, इस्‍पात मंत्रालय, विद्युत मंत्रालय और नवीन एवं नवीकरण ऊर्जा मंत्रालय तथा सामाजिक न्‍याय एवं अधिकारिता मंत्रालय शामिल हैं।
    दरअसल बात यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अभी हाल ही में कुशल कामगार तैयार करने और युवाओं को हुनरमंद बनाने के लिए स्किल इंडिया मिशन लांच किया है। मोदी जी अपनी सरकार बनने के बाद से ही स्किल डेवलपमेंट पर जोर देते रहे। अभी उन्होंने वर्ल्‍ड यूथ स्किल डे के अवसर पर इस मिशन की शुरुआत की जिससे इसकी अहमियत और बढ़ गई। सरकार का लक्ष्‍य इस मिशन के जरिए साल 2022 तक 40.2 करोड़ लोगों को प्रशिक्षित करना है। जिसमें 10.4 करोड़ युवाओं को स्किल ट्रेनिंग देकर ट्रेंड किया जाएगा जबकि इसी अवधि तक 29.8 करोड़ मौजूदा वर्कफोर्स को अतिरिक्‍त स्किल ट्रेनिंग भी इसके तहत देने की योजना है। दरअसल सरकार के स्किल इंडिया मिशन का मुख्‍य टारगेट भी यही है। इस मिशन के जरिए शिक्षा के साथ-साथ युवाओं को स्किल डेवलपमेंट में प्रशिक्षित करने पर रोजगार के अवसर उपलब्‍ध होंगे।
    स्किल इंडिया मिशन देश के लिए एक बड़ा अभियान है। इसके तहत सरकार असंगठित क्षेत्र के लोगों को ट्रेनिंग देगी। सरकार इस मिशन के जरिए युवाओं को हुनरमंद बनाकर रोजगार के काबिल बनाएगी जिसके लिए हर राज्‍य में स्किल यूनिर्वसिटी खोली जाएगी। इस मिशन के लिए सरकार ने इस साल बजट में 5,040 करोड़ रुपए आवंटित किए हैं। युवाओं की आँखे सपने देखने लगी हैं। नई पौध तैयार हो रही है। युवा भी सहयोग के लिए कमर कस रहे हैं। आने वाला कल भारतीय स्किल्स का है। इससे लाखों बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा। जीवन की सोच के साथ उद्देश्य बदल जायेगा। तब भारत का स्वरुप ही दूसरा हो जायेगा।
                                                              ————
                                                                                   – केशव मोहन पाण्डेय

No comments:

Post a Comment